कोरोना काल में आयुर्वेदिक उत्पादों समेत इन लघु उद्योगों में हुआ फायदा, 2021 में भी लाभ की संभावना!
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कोरोना महामारी के चलते जहां एक तरफ करोड़ों लोगों का रोजगार चला गया, वहीं कुछ उद्योगों को लाभ भी हुआ. साफ-सफाई से जुड़े उत्पाद, मास्क निर्माण, फिटनेस किट और ऑनलाइन संचालित होने वाले काम 2020 में तेज गति से आगे बढ़े.
इन उद्योगों को हुआ लाभ
दरअसल सबसे अधिक फायदा आयुर्वेदिक उत्पादों को हुआ. कोराना काल में लोगों ने जमकर च्यवनप्राश,गिलोय, आंवला, दालचीनी, अश्वगंधा, अदरक, तुलसीऔऱ लेमनग्रास से बने उत्पाद खरीदे. इनसे बनने वाले काढ़ों की बिक्री भी अचानक बढ़ी.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का सर्वे
इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एक सर्वे कहती है कि 45 प्रतिशत से अधिक लोगों ने कोरोना काल में च्यवनप्राश, गिलोय, काढ़ा, विटमिन्स की गोलियां खरीदी. बता दें कि सर्वे में देश के 16 राज्यों को शामिल किया गया था. इसके साथ ही कोरोना काल में चाय की बिक्री भी तेज हुई है.
हरी सब्जियों और दालों की मांग में भी मार्केट में रही तेजी
गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय ने भी लोगों को शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उत्पादों के सेवन की बात कही थी. सर्वे में यह बात भी सामने आई कि कोराना काल में न सिर्फ लोगों की जीवन शैली बदली, बल्कि उनके खानपान का तरीका भी बदल गया. इस दौरान दालों, हरी सब्जियों, हल्दी आदि का उपयोग भी खूब बढ़ा.
पैकेज्ड जूस निर्माताओं को भी हुआ लाभ
पहले की अपेक्षा 2020 में पैकेज्ड जूस की बिक्री भी खूब बढ़ी. सेब, संतरा, बेल, नारियल, अंगूर और मौसम्बी जूसों की बिक्री में तेजी आई है. बता दें कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम अभी तेजी से चल रहा है और अभी तक 77 लाख से अधिक लोगों को इसका टीका लग चुका है.
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